Bajaj Auto-KTM Takeover – नियंत्रण लेने के लिए 800 मिलियन यूरो का निवेश किया
Bajaj Auto-KTM Takeover : Bajaj Auto, भारत की अग्रणी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी, ने ऑस्ट्रिया की मशहूर मोटरसाइकिल कंपनी केटीएम पर नियंत्रण हासिल करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इस रणनीतिक कदम के तहत, बजाज ने अपनी नीदरलैंड्स स्थित सहायक कंपनी, बजाज ऑटो इंटरनेशनल होल्डिंग्स बीवी (BAIHBV) के माध्यम से केटीएम को पुनर्जनन देने के लिए 800 मिलियन यूरो (लगभग 7,200 करोड़ रुपये) का वित्तीय पैकेज तैयार किया है। यह कदम न केवल केटीएम को वित्तीय संकट से उबारने का प्रयास है, बल्कि बजाज ऑटो को वैश्विक मोटरसाइकिल बाजार में एक मजबूत स्थिति प्रदान करेगा। नियामक मंजूरी के बाद, बजाज ऑटो केटीएम के पैरेंट स्ट्रक्चर में बहुमत हिस्सेदार बन जाएगा।
बजाज ऑटो और केटीएम का रिश्ता करीब दो दशक पुराना है। 2007 में शुरू हुई इस साझेदारी में बजाज ने केटीएम के साथ मिलकर भारत से 80 से अधिक देशों में मोटरसाइकिलों का विकास, उत्पादन और निर्यात किया है। हालांकि, हाल के वर्षों में केटीएम को गंभीर वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसके कारण कंपनी को पुनर्गठन की जरूरत पड़ी। इस संकट ने बजाज को एक बड़े अवसर के रूप में प्रस्तुत किया, जिसे उसने अब अपने हाथों में लिया है।
सौदा: वित्तीय पैकेज और स्वामित्व में बदलाव
KTM को पुनर्जनन देने के लिए बजाज ऑटो ने 800 मिलियन यूरो का एक व्यापक ऋण वित्तपोषण पैकेज तैयार किया है। इसमें से 200 मिलियन यूरो वित्त वर्ष 2024 से किश्तों में डाले जा चुके हैं ताकि व्यवसाय चलता रहे। बाकी 600 मिलियन यूरो का उपयोग लेनदारों के दायित्वों को पूरा करने और संचालन को फिर से शुरू करने के लिए किया जा रहा है। इस राशि में 450 मिलियन यूरो BAIH BV द्वारा KTM AG को सुरक्षित ऋण के रूप में दिए जाएंगे, जबकि 150 मिलियन यूरो PBAG द्वारा जारी परिवर्तनीय बांड के रूप में होंगे, जिन्हें BAIHBV द्वारा सब्सक्राइब किया जाएगा। यह धनराशि लेनदारों के बकाया भुगतान और पुनरारंभ लागत को पूरा करेगी।
पुनर्गठन प्रक्रिया
KTM ने 28 नवंबर, 2024 को ऑस्ट्रिया में न्यायिक पुनर्गठन के लिए आवेदन किया था। 25 फरवरी, 2025 को लेनदारों ने पुनर्गठन योजना को मंजूरी दी, जिसमें दावों के निपटारे के लिए 30 प्रतिशत नकद भुगतान शामिल था। यह राशि 23 मई, 2025 तक कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासक के पास जमा करानी है। यदि यह प्रक्रिया सफल रही, तो जून 2025 के मध्य तक पुनर्गठन पूरा हो जाएगा, जिससे केटीएम के पुनरुद्धार का रास्ता साफ हो जाएगा। बजाज की यह पहल पूर्ण दिवालियापन से बचाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
साझेदारी का इतिहास
बजाज और केटीएम की साझेदारी 2007 में शुरू हुई, जब बजाज ने केटीएम में अल्पसंख्यक हिस्सेदारी खरीदी। इस सहयोग ने कई लोकप्रिय मोटरसाइकिल मॉडल्स को जन्म दिया, जिसने बजाज को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाई और केटीएम को भारतीय बाजार में प्रवेश करने का मौका दिया। अब यह अधिग्रहण इस साझेदारी को एक नए स्तर पर ले जाएगा।
बजाज ऑटो पर प्रभाव
यह अधिग्रहण बजाज ऑटो के लिए कई लाभ लाएगा। कंपनी केटीएम के बोर्ड और शासन संरचना का पुनर्गठन करेगी, एक व्यापक टर्नअराउंड रणनीति लागू करेगी, भारत और ऑस्ट्रिया के बीच संयुक्त उत्पाद विकास को बढ़ाएगी और नई साझेदारियों के जरिए प्रौद्योगिकी नेतृत्व को मजबूत करेगी। यह कदम बजाज को वैश्विक प्रीमियम मोटरसाइकिल सेगमेंट में अग्रणी बनाएगा और भारत सहित अन्य बाजारों में उच्च-प्रदर्शन मोटरसाइकिलिंग के भविष्य को आकार देगा।
बजाज ऑटो का केटीएम पर नियंत्रण लेना न केवल केटीएम को वित्तीय संकट से उबारने का प्रयास है, बल्कि यह बजाज को वैश्विक मोटरसाइकिल बाजार में एक शक्तिशाली खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा। यह सौदा दोनों कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है और भविष्य में उनके सहयोग को और मजबूत करेगा।
Sources : Moneycontrol.com , NDTV, X.com