Glenn Maxwell Retires from ODIs
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Glenn Maxwell का ODI संन्यास: एक युग का अंत

ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक ऑलराउंडर Glenn Maxwell ने 2 जून 2025 को ODI क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। 36 वर्षीय इस खिलाड़ी ने Final Word Podcast पर अपने फैसले की घोषणा की, लेकिन वह T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलना जारी रखेंगे और 2026 में भारत और श्रीलंका में होने वाले T20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने की योजना बना रहे हैं। मैक्सवेल ने अपने शरीर की स्थिति को संन्यास का मुख्य कारण बताया, विशेष रूप से 2022 में पैर टूटने के बाद।

Glenn Maxwell : ODI करियर का अवलोकन

मैक्सवेल ने 149 ODI मैचों में 33.81 की औसत से 3990 रन बनाए, जिसमें 4 शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। उनका स्ट्राइक रेट 126.70 है, जो 2000 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में सबसे अधिक है। उन्होंने 77 विकेट लिए और 91 कैच पकड़े, जिससे वह एक उत्कृष्ट ऑलराउंडर साबित हुए। मैक्सवेल ने 2012 में अफगानिस्तान के खिलाफ ODI डेब्यू किया था, जब वह केवल 14 लिस्ट A मैच खेल चुके थे। उनकी प्रतिभा तब सामने आई जब उन्होंने 2011 में ऑस्ट्रेलियाई घरेलू क्रिकेट में 19 गेंदों में सबसे तेज अर्धशतक बनाया, जो 2023 तक रिकॉर्ड रहा।

आँकड़ा

विवरण

ODI मैच

149

रन

3990

औसत

33.81

स्ट्राइक रेट

126.70

शतक/अर्धशतक

4/23

विकेट

77

कैच

91

यादगार प्रदर्शन

मैक्सवेल का ODI करियर कई अविस्मरणीय पारियों से भरा है। उनकी सबसे प्रसिद्ध पारी 2023 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ थी, जहां उन्होंने 128 गेंदों में 201* रन बनाए। यह किसी ऑस्ट्रेलियाई द्वारा ODI में पहला दोहरा शतक था और किसी भी खिलाड़ी द्वारा चेज में पहला दोहरा शतक था । ऑस्ट्रेलिया 91/7 पर था, लेकिन मैक्सवेल ने पैट कमिंस के साथ 202 रनों की साझेदारी कर 292 रनों का लक्ष्य हासिल किया।

उन्होंने 2023 विश्व कप में नीदरलैंड के खिलाफ 40 गेंदों में सबसे तेज विश्व कप शतक लगाया । 2015 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 51 गेंदों में शतक उनकी एक और उल्लेखनीय पारी थी। इसके अलावा, 2020 में इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड में 303 रनों का पीछा करते हुए शतक लगाया, जब ऑस्ट्रेलिया 73/5 पर था।

मैक्सवेल की गेंदबाजी भी कम प्रभावशाली नहीं थी। 2015 विश्व कप में वह ऑस्ट्रेलिया के एकमात्र स्पिनर थे, जिन्होंने 6 विकेट लिए। 2023 विश्व कप में उन्होंने 68.3 ओवर में 4.81 की इकॉनमी से गेंदबाजी की और फाइनल में रोहित शर्मा का महत्वपूर्ण विकेट लिया । 2014 में पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम ओवर में डबल-विकेट मेडन डालकर केवल 2 रनों का बचाव करना उनकी गेंदबाजी की एक और मिसाल है।

संन्यास के कारण

मैक्सवेल ने अपने संन्यास का कारण शारीरिक थकान को बताया। 2022 में पैर टूटने के बाद, वह हाल के चैंपियंस ट्रॉफी में मैचों के बाद दर्द महसूस कर रहे थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ता अध्यक्ष जॉर्ज बेली से बात की और 2027 विश्व कप के लिए अपनी भागीदारी पर विचार किया। मैक्सवेल ने कहा, “मुझे लगता है कि मैं टीम को थोड़ा निराश कर रहा था… मैंने जॉर्ज से कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं वहां तक पहुंच पाऊंगा। अब समय है कि मेरी जगह पर नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाए।”

उन्होंने यह भी कहा कि वह स्वार्थी कारणों से अपनी जगह नहीं रखना चाहते थे और ऑस्ट्रेलिया को भविष्य के लिए एक मजबूत लाइन-अप तैयार करने का मौका देना चाहते थे।

प्रतिक्रियाएँ

मैक्सवेल के संन्यास की घोषणा ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने कहा, “ग्लेन का ODI करियर क्रिकेट इतिहास में सबसे रोमांचक और प्रभावशाली करियरों में से एक रहा है। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलिया की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”

जॉर्ज बेली ने मैक्सवेल की प्रतिभा और खेल के प्रति जुनून की सराहना की, यह कहते हुए कि वह T20 प्रारूप में अभी भी बहुत कुछ दे सकते हैं। X पर प्रशंसकों ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। एक प्रशंसक ने लिखा, “मैक्सी की पागलपन भरी पारियों को याद करेंगे। धन्यवाद, मैक्सी!” । एक अन्य ने कहा, “ODI क्रिकेट अब उतना मजेदार नहीं रहेगा।”

भविष्य की योजनाएँ

मैक्सवेल अब T20 क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। वह वर्तमान में IPL के दौरान लगी उंगली की चोट से उबर रहे हैं और जल्द ही मेजर लीग क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार होंगे। ऑस्ट्रेलिया की T20I टीम के लिए वह 20 जुलाई से शुरू होने वाले कैरेबियाई दौरे पर भी हिस्सा ले सकते हैं । उनका लक्ष्य 2026 T20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को एक और खिताब दिलाना है।

मैक्सवेल ने ODI क्रिकेट में एक नई शैली पेश की। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, रिवर्स स्वीप, और नो-लुक सिक्स ने उन्हें ‘द बिग शो’ का उपनाम दिलाया। उनकी पारियों ने न केवल ऑस्ट्रेलिया को कई मैच जिताए, बल्कि दुनिया भर के युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया। X पर एक प्रशंसक ने लिखा, “मैक्सवेल एक चलता-फिरता हाइलाइट रील थे।”

ग्लेन मैक्सवेल का ODI क्रिकेट से संन्यास एक युग का अंत है। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी, उपयोगी गेंदबाजी, और शानदार फील्डिंग ने ऑस्ट्रेलिया को दो विश्व कप खिताब दिलाए। हम उन्हें T20 क्रिकेट में और अधिक सफलता की कामना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वह 2026 T20 विश्व कप में फिर से मैदान पर धमाल मचाएंगे।


Sources: Times of India , The Hindu , ESPNcricinfo 

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