Preity Zinta

प्रीति जिंटा ने कहा : “मैं अपने बच्चों को हिंदू बना रही हूं, लेकिन मिल रही है आलोचना”

बॉलीवुड की चहेती अभिनेत्री प्रीति जिंटा इन दिनों अपने परिवार और संस्कृति को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने खुलासा किया कि वह अपने जुड़वां बच्चों, जय और जिया, को हिंदू संस्कारों के अनुसार बड़ा कर रही हैं। हालांकि, इस निर्णय के लिए उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

“मुझे अपने बच्चों को उनकी जड़ों से जोड़ना है”

प्रीति ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक इंटरैक्टिव सत्र के दौरान बताया कि विदेश में रहने के बाद उन्होंने भारत और अपनी संस्कृति के महत्व को और गहराई से समझा है। उनके पति, जीन गुडइनफ, जो कि एक अमेरिकी हैं और धार्मिक रूप से तटस्थ (एग्नॉस्टिक) हैं, के साथ मिलकर उन्होंने निर्णय लिया है कि उनके बच्चे हिंदू परंपराओं के अनुसार बड़े होंगे।

प्रीति ने कहा, “माँ बनने और विदेश में रहने के बाद मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूँ कि मेरे बच्चे अपनी भारतीय जड़ों को न भूलें। चूंकि मेरे पति एग्नॉस्टिक हैं, हम अपने बच्चों को हिंदू के रूप में बड़ा कर रहे हैं। दुर्भाग्यवश, मुझे लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है और इस सरल खुशी को भी राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।”

Preity Zinta - Twitter/X

“मंदिर जाना राजनीति नहीं है”

जब एक प्रशंसक ने उनसे पूछा कि क्या वह राजनीति में शामिल होने की योजना बना रही हैं, तो प्रीति ने स्पष्ट किया, “लोगों को लगता है कि मंदिर जाना या महाकुंभ में भाग लेना राजनीति में शामिल होने का संकेत है। लेकिन ऐसा नहीं है। मैं अपनी पहचान और संस्कृति पर गर्व करती हूँ, और यह राजनीति से संबंधित नहीं है।”

“बच्चों को सामान्य बचपन देना चाहती हूँ”

प्रीति अक्सर अपने बच्चों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करती हैं, लेकिन उनके चेहरों को छिपाकर। जब एक प्रशंसक ने इस पर सवाल उठाया, तो उन्होंने जवाब दिया, “मैं मनोरंजन उद्योग में हूँ, मेरे बच्चे नहीं। मैं चाहती हूँ कि वे सामान्य बचपन का आनंद लें।”

“हमारी संस्कृति में गर्व है”

प्रीति ने यह भी साझा किया कि कैसे वह और उनके पति विभिन्न संस्कृतियों का सम्मान करते हैं और अपने बच्चों को दोनों पक्षों की परंपराओं से परिचित कराते हैं। उन्होंने कहा, “हम एक बहुसांस्कृतिक भारतीय-अमेरिकी परिवार हैं और हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे बच्चे दोनों संस्कृतियों की जड़ों को जानें।”

प्रीति जिंटा का यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि कैसे वह अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का प्रयास कर रही हैं, जबकि उन्हें आधुनिक दुनिया की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। उनकी यह पहल न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक माँ अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छा चाहती है, चाहे वह किसी भी परिस्थिति में क्यों न हो।

प्रीति जिंटा एक बार फिर बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं, और इस बार वह एक ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म :  ‘लाहौर 1947’ में नजर आएंगी। यह फिल्म विभाजन के दौर की पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें प्रीति के साथ सनी देओल मुख्य भूमिका में हैं।


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