पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्ती: पाकिस्तानी जहाज, आयात और डाक सेवाओं पर प्रतिबंध
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। जब निर्दोष पर्यटकों की जान जाती है—बच्चे, महिलाएं और परिवार जो बस छुट्टियां मनाने आए थे—तो देश का गुस्सा और दुःख दोनों उबाल मारते हैं। नई दिल्ली ने इस सप्ताह कई नई जवाबी कार्यवाहियां की है।
बंदरगाहों पर लगा ताला: पाकिस्तानी जहाजों के लिए ‘नो एंट्री’
पहला बड़ा कदम यह रहा कि भारत ने अब किसी भी पाकिस्तानी झंडे वाले व्यापारिक जहाज को अपने बंदरगाहों पर आने की इजाज़त नहीं दी है। यानी पाकिस्तान से आने वाला कोई भी जहाज अब भारतीय समुद्री सीमा में लंगर नहीं डाल सकेगा। यह फैसला सीधा-सीधा पाकिस्तान के साथ व्यापारिक रिश्तों को ठंडे बस्ते में डालने जैसा है।
पाक से आयात पूरी तरह बंद: न दाल आएगी, न सीमेंट
दूसरा बड़ा फैसला और भी बड़ा झटका है—भारत ने पाकिस्तान से सीधा या परोक्ष रूप से आने वाले सभी सामानों के आयात पर पूरी तरह रोक लगा दी है। चाहे वो सीमेंट हो, ड्राई फ्रूट्स हों या कोई और सामान, अब भारत की ज़मीन पर पाकिस्तान का कोई भी माल नहीं बिकेगा।
डाक सेवाएं भी बंद: अब कोई चिट्ठी नहीं आएगी
तीसरा कड़ा कदम है—पाकिस्तान से आने वाली सभी डाक सेवाओं पर प्रतिबंध। यानी अब न चिट्ठी आएगी, न कोई पार्सल। भले ही वो पारिवारिक हो या व्यापारिक, हर प्रकार की डाक सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है।
सरकार का साफ संदेश: आतंकवाद का कोई बहाना नहीं चलेगा
ये तीनों फैसले दर्शाते हैं कि सरकार इस बार सख्त मूड में है। पहलगाम हमले में 26 मासूम लोगों की जान गई—ज्यादातर पर्यटक थे, जो शायद पहली बार कश्मीर देखने आए होंगे। अब देश का मूड ये है कि सिर्फ निंदा से बात नहीं बनेगी, एक्शन चाहिए। और ये तीनों कदम उसी एक्शन का हिस्सा हैं।