यमन से मिसाइल हमला: इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर हवाई यातायात प्रभावित
यमन से बैलिस्टिक मिसाइल हमला

हमले के बाद, बेन गुरियन हवाई अड्डे पर उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं। हवाई अड्डे से आने-जाने वाली ट्रेन सेवाएं भी रोक दी गईं। पुलिस ने जनता से इस क्षेत्र में न आने की अपील की। हवाई अड्डे पर मौजूद कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किए, जिनमें यात्री टर्मिनल से काले धुएं का गुबार और हवाई अड्डे की इमारतों के पीछे धुआं दिखाई दे रहा था।
नुकसान और चोटें
मिसाइल ने हवाई अड्डे के परिसर में एक कनेक्टिंग सड़क को क्षतिग्रस्त कर दिया, और आसपास की सड़कों पर मलबा बिखर गया। इजरायल की एम्बुलेंस सेवा ने बताया कि कोई गंभीर चोट नहीं हुई। एक पुरुष और एक महिला को हल्की चोटें आईं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जबकि दो अन्य लोगों का घटनास्थल पर ही घबराहट के कारण इलाज किया गया।
इजरायल की सेना ने कहा कि मिसाइल को रोकने के कई प्रयास विफल रहे, और अवरोधन के परिणामों की समीक्षा की जा रही है। इजरायल रक्षा बलों (IDF) के अनुसार, यह हमला लगातार तीसरे दिन यमन से इज़राइल की ओर मिसाइल दागने की घटना है। इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, पिछले कुछ समय से ईरान समर्थित हूती विद्रोही समूह इज़राइल पर मिसाइल हमले करता आ रहा है। हालांकि, यह पहली बार है जब मिसाइल सीधे देश के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के इतने करीब गिरी हो। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा, “जो हम पर हमला करेगा, हम उसका सात गुना जवाब देंगे।” इजरायल ने पहले भी यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ कई हमले किए हैं, जिसमें जनवरी में एक पावर प्लांट और समुद्री बंदरगाहों को निशाना बनाया गया था।
हूती विद्रोहियों की भूमिका
यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोही समूह ने पहले भी इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले किए हैं। हालांकि, इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक हूतियों ने नहीं ली है। यह पहली बार है जब यमन से दागी गई मिसाइल इजरायल के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के इतने करीब गिरी, जिससे इस अत्यधिक सुरक्षित स्थल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
यह हमला क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकता है, खासकर तब जब इजरायल और हूती विद्रोहियों के बीच पहले से ही संघर्ष चल रहा है। बेन गुरियन हवाई अड्डा इजरायल का मुख्य अंतरराष्ट्रीय प्रवेश द्वार है, और इस तरह के हमले से न केवल स्थानीय बल्कि वैश्विक यात्रियों के बीच भी चिंता पैदा हो सकती है।