पाकिस्तान को बड़ा झटका: भारत ने लाहौर के वायु रक्षा रडार और सिस्टम को किया निष्क्रिय
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। हाल ही में भारत ने पाकिस्तान के लाहौर में स्थित वायु रक्षा रडार और सिस्टम को निष्क्रिय करने का दावा किया है ( भारत की और से प्रेस रिलीज़ ) , जिसे एक बड़े सैन्य झटके के रूप में देखा जा रहा है। यह कार्रवाई भारत की ओर से पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में की गई, जो भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे। आइए, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
घटना की पृष्ठभूमि
यह सब तब शुरू हुआ जब 7-8 मई की रात को पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों, जैसे अवंतिपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की। हालांकि, भारत की एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और रूस निर्मित एस-400 ‘सुदर्शन चक्र’ वायु रक्षा प्रणालियों ने इन हमलों को नाकाम कर दिया।
इसके जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और सिस्टम को निशाना बनाया। भारत सरकार ने बयान जारी कर कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों ने लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया है। भारत की प्रतिक्रिया पाकिस्तान के हमलों के समान ही थी, जिसमें समान तीव्रता के साथ जवाब दिया गया।”
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सटीक कार्रवाई
यह घटना भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के एक दिन बाद हुई, जिसमें भारतीय वायुसेना और सेना ने संयुक्त रूप से पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय वायुसेना ने राफेल जेट्स का उपयोग कर हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें दागीं, जबकि सेना ने सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इस कार्रवाई में पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरिदके और सियालकोट जैसे शहरों में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान का दावा और नुकसान
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के कई ड्रोनों को मार गिराया, जिनमें से एक लाहौर के पास और अन्य गुजरांवाला, चकवाल, बहावलपुर, मियानो, कराची, छोर, रावलपिंडी और अटक के पास नष्ट किए गए। पाक सैन्य प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि एक ड्रोन ने लाहौर के पास सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया, जिसमें चार सैनिक घायल हुए, जबकि मियानो, सिंध में एक नागरिक की मौत हो गई।
हालांकि, भारत के दावे के अनुसार, लाहौर और सियालकोट में पाकिस्तान की वायु रक्षा इकाइयों को भारी नुकसान पहुंचा। सूत्रों के मुताबिक, चीन निर्मित HQ-9 मिसाइल रक्षा प्रणालियां नष्ट हो गईं, जिससे पाकिस्तानी सेना की वायु रक्षा क्षमता और भी कमजोर हो गई।
दोनों देशों में उड़ानें रद्द, तनाव बढ़ा
इस घटना के बाद, पाकिस्तान ने कराची, लाहौर और सियालकोट हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया, जो गुरुवार दोपहर तक बंद रहे। दूसरी ओर, भारत ने भी अपने उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में 27 हवाई अड्डों को शनिवार सुबह तक बंद कर दिया। दोनों देशों की सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं में आपातकाल घोषित कर दिया गया, जबकि भारत के राजस्थान और पंजाब राज्यों में पुलिस की छुट्टियां रद्द कर दी गईं और सीमा सुरक्षा बलों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि के लिए ‘शूट-ऑन-साइट’ आदेश दिए गए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और डी-एस्केलेशन की अपील
इस बढ़ते तनाव के बीच, वैश्विक शक्तियों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि दोनों देश इस मुद्दे को सुलझा लेंगे और जरूरत पड़ने पर वह मदद के लिए तैयार हैं। भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा कि भारत स्थिति को और बढ़ाने का इरादा नहीं रखता, लेकिन अगर सैन्य हमले होते हैं, तो इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
भारत द्वारा लाहौर के वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय करना पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है। यह कार्रवाई न केवल भारत की सैन्य ताकत को दर्शाती है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो-टॉलरेंस नीति को भी रेखांकित करती है। वैश्विक समुदाय की नजर अब इस बात पर है कि क्या यह तनाव कम होगा या स्थिति और गंभीर होगी।