भारत पाकिस्तान युद्ध विराम – विश्लेषण
10 मई को क्या हुआ ? – घटनाक्रम –
10 मई की सुबह भारत के लिए बेहद तनावपूर्ण रही। पाकिस्तानी सेना ने भारतीय एयरबेस पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया। स्थिति इतनी गंभीर थी कि ऐसा लगने लगा था जैसे दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्ध शुरू होने वाला है। लेकिन कुछ ही घंटों बाद तस्वीर बदल गई – शाम 5:30 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम (ceasefire) की घोषणा हुई।
हमले की शुरुआत: ‘ऑपरेशन बुनियान अल-मरसूस’
पाकिस्तान ने इस हमले को ‘ऑपरेशन बुनियान अल-मरसूस’ नाम दिया। इस अभियान में उन्होंने लंबी दूरी की मिसाइलें, ड्रोन, लड़ाकू विमान और मानव रहित युद्धक वाहनों का प्रयोग किया। पाकिस्तान ने भारत के 26 ठिकानों को निशाना बनाया। हालांकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकतर हमलों को नाकाम कर दिया, लेकिन कुछ हमलों में नुकसान और चोटें भी हुईं।
भारत ने पुष्टि की कि उधमपुर, पठानकोट, अदमपुर, भुज और भटिंडा जैसे पांच एयरबेस पर हल्का नुकसान हुआ है।
भारत का जवाब: सटीक और निर्णायक स्ट्राइक
इसके जवाब में भारत ने 11 पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए। ये ठिकाने स्कर्दू, सरगोधा, जैकबाबाद, बुलारी, रफ़ीकी, चकलाला, मुर्रीद, रहीम यार खान, चुनीयां, सियालकोट और सुक्कुर में स्थित थे – जिनमें से कई पंजाब और सिंध प्रांत में आते हैं।
सरगोधा जैसे ठिकानों पर हमला खास तौर पर अहम रहा क्योंकि यहां पाकिस्तान के F-16 विमान और उनकी सेंट्रल एयर कमांड का मुख्यालय स्थित है। उपग्रह चित्रों से साफ दिख रहा है कि कई पाकिस्तानी ठिकानों पर भारी तबाही हुई है, खासकर रनवे पर।
सीज़फायर की पहल: पाकिस्तान की तरफ से
भारत के जवाबी हमलों की तीव्रता को देखते हुए पाकिस्तान ने भारत से संपर्क किया। दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने भारतीय DGMO को फोन किया और चर्चा शुरू हुई। इसके बाद दोनों देशों ने 5 बजे से अगले 2 दिन यानि 12 मई 2025 तक हर प्रकार की सैन्य कार्रवाई—जमीन, हवा और समुद्र—को रोकने का निर्णय लिया।
हालांकि अमेरिका ने दावा किया कि यह वार्ता उनके प्रयासों से हुई, लेकिन भारत की ओर से ऐसी कोई पुष्टि नहीं हुई है। इसीलिए यह समझौता दोतरफा (bilateral) ही माना जा रहा है।
सीज़फायर के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों, तीनों सेना प्रमुखों, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ बैठक की। यह संकेत है कि भारत पूरी तरह सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
भारत ने साफ कर दिया है कि भविष्य में कोई भी आतंकवादी हमला सीधे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। यानी अब भारत सीमित जवाब नहीं देगा – अगली बार जवाब पूर्ण युद्ध के रूप में हो सकता है।
एक नज़र युद्धविराम के कारणो पर – और एक ज़रूरी सवाल
युद्धविराम क्यों हुआ ?
शनिवार – प्रातः काल , केवल 90 मिनट में भारत की सेना ने पाकिस्तान के 11 अति महत्वपूर्ण एयरबेस ( सैन्य बुनियादी ढांचा ) ध्वस्त कर दिए :
– नूर खान – chaklala
– रफ़ीकी एयरबेस
– मुरीद airbase
– सुक्कुर airbase
– सिआलकोट airbase
– पसरूर airbase
– चुनिआं एयरबेस
– सरगोधा एयरबेस
– स्कार्दू एयरबेस
– भोलारी एयरबेस
– जकोबाबाद एयरबेस
इन सभी एयरबेस के अपने अपने सामरिक महत्व ( Strategic Significance ) हैं जैसे की – कमांड सेंटर , लोजिस्टिक्स हब ( रसद केंद्र ), ड्रोन लॉन्चपैड , विमान ग्रह, इत्यादि ।
नूर खान एयरबेस जो की इस्लामाबाद से बिलकुल सटा हुआ है, पाकिस्तान के सैन्य ढाँचे में बहुत महत्व रखता है, जबकि रफ़ीकी और सरगोधा पाकिस्तान के सैन्य हवाई परिचालन (Air operations) की जान है, स्कार्दू से पाकिस्तान के उच्च ऊंचाई वाले ऑपरेशन (High Altitude Operations) होते हैं , और चुनियाँ ,पसरूर, भोलारी और जकोबाबाद एयरबेस भी बहुत महत्व रखते हैं।
इन 11 एयरबेस को ध्वस्त कर के भारत ने व्यवस्तित तरीके से पाकिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली ( एयर डिफेन्स ) को तो नाकारा क्या ही है साथ में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को भी अनावृत किया।
इन घटनाओ की कुछ ही घंटों में पाकिस्तान की DGMO ने पहले तो अन्य राष्ट्रों से मदद की गुहार लगायी , फिर भारत को फ़ोन पर युद्धविराम का सुझाव दिया ।
भारत के प्रहार ने पाकिस्तान क़े पास ज़्यादा विकल्प नहीं छोड़े थे – या तो वह युद्ध को बड़ा कर और क्षति का पात्र बनता, या फिर युद्धविराम की गुहार लगाता ।
एक और घटना और एक सवाल

USA ने अचानक क्यों हस्तक्षेप किया और यूद्ध विराम करने का सशक्त सुझाव दिया और आग्रह भी किया?
चलिए, कुछ मतहत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में बात करते हैं –
शनिवार – पाकिस्तान में 2 भूचाल महसूस किये गए : (पहला – 5.7 तीव्रता – बलोचिस्तान के पास) , और (दूसरा – 4.0 तीव्रता शनिवार – 1:44 am)
शनिवार को इसके कुछ घंटो के बाद भारत ने किरना हिल ( सरगोधा ) के पास मिसाइल से हमला किया था जहाँ पे पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का भण्डारण गृह है ( Nuclear weapons – Storage facility ).
अब एक विचार जिसकी पुष्टि नहीं की जा सकती : क्या पाकिस्तान ने शनिवार को परमाणु परिक्षण किया, जिसके जवाब में भारत ने किरना हिल के पास मिसाइल गिरायी ? और तब अमरीका और बाकी देशों ने युद्धविराम की बात की ??
मात्र 3 घंटे का युद्धविराम
युद्धविराम की घोषणा के मात्रा 2 – 3 घंटो के बाद ही पाकिस्तान ने LOC पे गोलाबारी शुरू कर दी और जम्मू और अन्य इलाकों पे डरने हमला भी किया . इस का क्या महत्व है ? पाकिस्तान क्या करना चाहता है ? इन सवालों का जवाब तो आने वाले समय में ही मिलेंगे ।
आप इस बारे में क्या सोचते हैं ? कृपया कमेंट कर के ज़रूर बताएं ।
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