Ahmedabad Plane Crash : क्या हुआ था 12 जून को?
Ahmedabad Plane Crash : एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 का दुर्भाग्यपूर्ण हादसा – क्या हुआ था वाकई?
12 जून 2025 को, एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह विमान, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे, एक मेडिकल होस्टल परिसर में जा गिरा, जिससे विमान पर सवार 241 लोगों और जमीन पर 20 लोगों की मौत हो गई। केवल एक यात्री, एक ब्रिटिश नागरिक, इस हादसे में बचा। यह घटना न केवल भारतीय विमानन इतिहास की सबसे भयावह घटनाओं में से एक है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक सदमे की तरह थी।
पृष्ठभूमि
एयर इंडिया, भारत की राष्ट्रीय विमान सेवा, अपनी विश्वसनीयता और सुरक्षा के लिए जानी जाती है। फ्लाइट AI171 एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, जो आधुनिक विमानन प्रौद्योगिकी का एक उदाहरण है। यह उड़ान अहमदाबाद से लंदन गेटविक तक का सफर तय करने वाली थी, जो करीब 5,000 किलोमीटर की दूरी है। विमान ने अपने पिछले पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद सेक्टर को बिना किसी समस्या के पूरा किया था। इसमें 230 यात्री थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे, साथ ही 12 क्रू सदस्य थे, जिनमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल थे।
हादसा
12 जून 2025 को दोपहर 1:39 बजे, फ्लाइट AI171 ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी। लेकिन, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद, विमान ने अपनी ऊंचाई बढ़ाना बंद कर दिया और 650 फीट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अचानक गिरने लगा। एक मिनट के भीतर, विमान मेघनीनगर के एक मेडिकल होस्टल परिसर में जा गिरा, जो हवाई अड्डे से लगभग 2 किमी दूर था। विमान के मलबे ने होस्टल को तबाह कर दिया, जिसमें छात्र और कर्मचारी मौजूद थे।
हादसे के तुरंत बाद, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को पायलटों द्वारा मेडे (Mayday) कॉल मिली थी, जो आपातकालीन स्थिति का संकेत देती है। हालांकि, ATC के किसी भी प्रतिसाद के पहले ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि विमान का घातक सफर केवल 30 सेकंड का था।
प्रेस ब्रीफिंग
14 जून 2025 को, नई दिल्ली में केंद्र सरकार ने इस हादसे पर पहला आधिकारिक बयान जारी किया। नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु और नागर विमानन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विमान ने टेकऑफ के बाद 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा, लेकिन तुरंत बाद ऊंचाई खोना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि विमान ने 1:39 बजे मेडे कॉल किया था, और ठीक एक मिनट बाद, 1:40 बजे, विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
मंत्री ने कहा, “पिछले दो दिन बहुत मुश्किल रहे हैं। हम सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि एयर इंडिया के बोइंग 787 फ्लीट की गहन जांच शुरू कर दी गई है, और अब तक 8 में से 34 विमानों का निरीक्षण किया जा चुका है। साथ ही, विमान का ब्लैक बॉक्स 13 जून 2025 को शाम 5 बजे दुर्घटना स्थल से बरामद किया गया, जो हादसे के कारणों को समझने में मदद करेगा।
हताहतों की संख्या
विमान पर कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। इनमें से, 241 लोगों की मौत हो गई, और केवल एक यात्री, जो ब्रिटिश नागरिक था, बच गया। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। इसके अलावा, जमीन पर मेडिकल होस्टल में 20 लोगों की मौत हो गई, जिनमें छात्र और कर्मचारी शामिल थे। कुल मिलाकर, इस हादसे में 261 लोगों की जान चली गई।
विवरण |
जानकारी |
---|---|
कुल यात्री और क्रू |
242 (230 यात्री, 12 क्रू) |
मृत्यु (विमान पर) |
241 |
जीवित बचे |
1 (ब्रिटिश नागरिक) |
मृत्यु (जमीन पर) |
20 (मेडिकल होस्टल में) |
कुल मृत्यु |
261 |
राष्ट्रीयता |
169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई, 7 पुर्तगाली |
जांच
हादसे की जांच के लिए, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने तुरंत जांच शुरू कर दी। 13 जून 2025 को, विमान का ब्लैक बॉक्स दुर्घटना स्थल से बरामद किया गया, जो हादसे के कारणों को समझने में मदद करेगा। सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति भी गठित की है, जो इस घटना की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें देगी। जांच में विमान के इंजन, पंखों और लैंडिंग गियर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
एयर इंडिया ने अपने सभी बोइंग 787 विमानों की जांच शुरू कर दी है, और अन्य विमानन कंपनियां भी अपनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रही हैं। बोइंग की एक टीम भी जल्द ही भारत पहुंचने वाली है ताकि हादसे के संभावित कारणों पर तकनीकी जानकारी प्रदान की जा सके।
प्रभाव
यह हादसा एयर इंडिया और पूरे विमानन उद्योग पर गहरा असर डालेगा। एयर इंडिया ने तत्काल अपने सभी बोइंग 787 विमानों की जांच शुरू कर दी है, और अन्य विमानन कंपनियां भी अपनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रही हैं। इस घटना ने विमानन सुरक्षा मानकों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता को भी उजागर किया है।
इसके अलावा, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने फ्लाइट नंबर ‘171’ का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है, जो इस हादसे की गंभीरता को दर्शाता है। इस हादसे ने न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर विमानन उद्योग को प्रभावित किया है, क्योंकि यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला घातक हादसा है।
12 जून 2025 को हुए इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह न केवल जीवन की क्षणभंगुरता की याद दिलाता है, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि विमानन सुरक्षा में कभी भी कोई समझौता नहीं किया जा सकता। जांच के परिणाम आने तक, पूरा देश उन लोगों के परिवारों के साथ खड़ा है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।
Sources: ANI , PTI , Hindustantimes , TOI