Anti Terror All Party Delegations-शशि थरूर करेंगे नेतृत्व, ओवैसी भी शामिल
Anti Terror All Party Delegations – भारत की आतंकवाद विरोधी नीति: शशि थरूर की अगुवाई में वैश्विक मंच पर आवाज
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को वैश्विक मंच पर और मजबूती से रखने का फैसला किया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद, केंद्र सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को विदेश भेजने की योजना बनाई है। इन प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों सहित प्रमुख साझेदार देशों के सामने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को स्पष्ट करना है। इस महत्वपूर्ण मिशन में कांग्रेस सांसद शशि थरूर और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी जैसे प्रमुख नेता शामिल होंगे, जो भारत की आवाज को दमदार तरीके से प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं।
शशि थरूर: राष्ट्रीय हित में कदम आगे बढ़ाने को तैयार
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने सरकार के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए इस मिशन में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मुझे भारत सरकार द्वारा पांच प्रमुख राजधानियों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के निमंत्रण पर गर्व है, ताकि हाल की घटनाओं पर हमारे राष्ट्र का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जा सके।” उन्होंने राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “जब राष्ट्रीय हित की बात हो और मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो, मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद!”
थरूर का यह बयान न केवल उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर भारत के सभी राजनीतिक दल एकजुट हैं। उनकी अगुवाई में यह प्रतिनिधिमंडल वैश्विक समुदाय को भारत की स्थिति और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ नीति से अवगत कराएगा।
असदुद्दीन ओवैसी: पाकिस्तान के इरादों को उजागर करने की तैयारी
हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस मिशन का हिस्सा होंगे। ओवैसी ने कहा कि वे विदेशी सरकारों के सामने “पाकिस्तान के इरादों को उजागर” करेंगे। उन्होंने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) से बातचीत में कहा, “भारत लंबे समय से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार रहा है। यह सब पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति मुहम्मद जिया-उल-हक के समय से शुरू हुआ था। हमें दुनिया को इसके बारे में बताने की जरूरत है।”
ओवैसी ने कंधार विमान अपहरण, 26/11 मुंबई हमले, 2001 संसद हमले, उरी और पठानकोट हमलों, रियासी में सात पर्यटकों की हत्या और पहलगाम हमले जैसे प्रमुख आतंकी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये मानवता के लिए खतरा हैं। उन्होंने यह भी जोर दिया कि भारत को अपनी कहानी को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की जरूरत है। ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान खुद को इस्लामी देश के रूप में पेश करने की कोशिश करता है, लेकिन भारत में भी लगभग 20 करोड़ मुस्लिम आबादी है। हमें दुनिया को इस वास्तविकता से भी अवगत कराना होगा।”
भारत का वैश्विक संदेश: आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
केंद्र सरकार की यह पहल भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को वैश्विक स्तर पर और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये प्रतिनिधिमंडल न केवल भारत की नीतियों और हाल की घटनाओं पर प्रकाश डालेंगे, बल्कि यह भी बताएंगे कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए कितना प्रतिबद्ध है। पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि आतंकवाद न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
इन प्रतिनिधिमंडलों में विभिन्न दलों के नेताओं का शामिल होना यह दर्शाता है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख राजनीतिक सीमाओं से परे है। शशि थरूर और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं की भागीदारी इस मिशन को और विश्वसनीयता प्रदान करती है। जहां थरूर अपनी कूटनीतिक क्षमता और वैश्विक मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के अनुभव के साथ मिशन को मजबूती देंगे, वहीं ओवैसी अपनी स्पष्टवादिता और तथ्यों को सामने रखने की शैली से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की सच्चाई को उजागर करेंगे।शशि थरूर 5 प्रमुख विश्व की राजधानियों के दौरे पर सभी दलों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। Anti Terror All Party Delegations में अन्य सांसदों में सुप्रिया सुले, कनिमोझी करुणानिधि, श्रीकांत एकनाथ शिंदे और रवि शंकर प्रसाद शामिल हैं।
भारत का यह कदम आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और अपनी स्थिति को स्पष्ट करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। शशि थरूर और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं की अगुवाई में ये सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल न केवल भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को दुनिया के सामने रखेंगे, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि वैश्विक समुदाय इस खतरे के प्रति एकजुट हो। यह मिशन भारत के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटेगा।
Also Read ->
ऑपरेशन सिंदूर में ‘मेक इन इंडिया’ हथियारों की ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन
सोर्सेज : Hindustantimes.com , ANI , PTI , X ( Formerly Twitter ).