Youtuber Jasbir Singh
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Jasbir Singh : पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार एक और Youtuber

Jasbir Singh, 41 वर्षीय पंजाब के रूपनगर जिले के महलान गांव के निवासी, एक प्रसिद्ध यूट्यूबर हैं। उनका यूट्यूब चैनल ‘जानमहल वीडियो’ (YouTube) 11 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स के साथ है, जहां वे मलेशिया, मालदीव, थाईलैंड जैसे देशों की यात्रा के वीडियो साझा करते हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 42,000 फॉलोअर्स हैं, जहां वे खुद को फूड व्लॉगर के रूप में प्रस्तुत करते हैं। हाल ही में, उन्होंने अपने बेटे का एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह पंजाब किंग्स की मुंबई इंडियंस पर आईपीएल सेमीफाइनल में जीत का जश्न मना रहे थे। जसबीर क्रिकेट प्रेमी हैं और अपने स्थानीय क्रिकेट क्लब से जुड़े हैं, जैसा कि उनके इंस्टाग्राम वीडियो में देखा जा सकता है। उनके फेसबुक प्रोफाइल पर “मैं किसानों का समर्थन करता हूँ” का टैग है, जो उनके सामाजिक विचारों को दर्शाता है।

लेकिन हाल ही में, जसबीर सिंह सुर्खियों में तब आए जब पंजाब पुलिस ने उन्हें पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया। यह खबर उनके प्रशंसकों और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।

गिरफ्तारी

पंजाब पुलिस की स्टेट स्पेशल ऑपरेशंस सेल (SSO) ने बुधवार, 4 जून 2025 को मोहाली में जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया । खुफिया सूचनाओं के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने दावा किया कि जसबीर सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से जुड़े एक आतंकवादी जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थे। गिरफ्तारी के बाद, उन्हें 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया, और उनकी अगली पेशी 7 जून 2025 को होगी ।

आरोप

जांचकर्ताओं के अनुसार, जसबीर सिंह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी शाकिर उर्फ जुट्ट रंधावा के सीधे संपर्क में थे, जो ISI से जुड़ा हुआ है। उन पर भारतीय सुरक्षा बलों की गतिविधियों, विशेष रूप से पंजाब और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में उनकी तैनाती और गतिविधियों के बारे में संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि जसबीर ने 2020, 2021, और 2024 में तीन बार पाकिस्तान की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान, उन्होंने कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों और व्लॉगर्स से मुलाकात की।

इसके अलावा, जसबीर ने दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास में आयोजित पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लिया, जहां उन्हें पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश ने आमंत्रित किया था। दानिश को बाद में भारत से निष्कासित कर दिया गया। पुलिस ने जसबीर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से कई पाकिस्तानी फोन नंबर बरामद किए हैं, जिनका फोरेंसिक विश्लेषण चल रहा है।

ज्योति मल्होत्रा के साथ संबंध

जसबीर सिंह का संबंध हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से भी है, जिन्हें 15 मई 2025 को इसी तरह के जासूसी मामले में गिरफ्तार किया गया था । ज्योति, जिनके यूट्यूब चैनल पर लगभग 4 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, पर भी पाकिस्तान के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि जसबीर और ज्योति एक ही नेटवर्क से जुड़े थे और दोनों ने एक साथ पाकिस्तान की यात्रा की थी। ज्योति के पिता ने दावा किया कि उनकी बेटी ने आवश्यक अनुमतियों के साथ पाकिस्तान की यात्रा की थी और वह जासूस नहीं है।

जसबीर और ज्योति के अलावा, पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश में कई अन्य लोगों को हाल के हफ्तों में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उदाहरण के लिए, तरनतारन के गगनदीप सिंह को सेना की गतिविधियों की जानकारी साझा करने के लिए, और अजनाला के फलकशेर मसीह और सूरज मसीह को सेना के कैंटोनमेंट की तस्वीरें लीक करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

बचाव

जसबीर सिंह के वकील, माधव शुक्ला, ने पुलिस की जांच की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मामले में ठोस सबूतों की कमी है और पुलिस ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि जसबीर किसके साथ संपर्क में थे, संचार का माध्यम क्या था, या धन का लेन-देन कैसे हुआ। शुक्ला ने जसबीर के बैंक स्टेटमेंट, वित्तीय रिकॉर्ड, और फोन डेटा पुलिस को सौंपे हैं, यह दावा करते हुए कि उनके मुवक्किल ने कोई गलत काम नहीं किया। उन्होंने यह भी बताया कि जसबीर ने एसएसओसी द्वारा बुलाए जाने पर स्वेच्छा से खुद को पेश किया, जो उनकी निर्दोषता का संकेत देता है।

जसबीर सिंह की गिरफ्तारी पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश में पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क के खिलाफ चल रही व्यापक कार्रवाई का हिस्सा है। हाल के महीनों में, कई व्यक्तियों को भारतीय सेना की गतिविधियों और रणनीतिक स्थानों की जानकारी साझा करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। यह मामला भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, विशेष रूप से हाल ही में कश्मीर में हुए संघर्ष के बाद ।

पुलिस का मानना है कि पाकिस्तान सोशल मीडिया प्रभावितों का उपयोग करके भारत में जासूसी नेटवर्क को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। यह नई रणनीति राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती है, क्योंकि यह दर्शाता है कि सामान्य नागरिक भी अनजाने में या जानबूझकर ऐसी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।

जसबीर सिंह के मामले की जांच अभी जारी है। उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से प्राप्त पाकिस्तानी फोन नंबरों का फोरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है ताकि उनके संपर्कों और गतिविधियों का और पता लगाया जा सके। पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने कहा है कि वे इस जासूसी नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है और यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से जासूसी की जा सकती है। आम जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को देने की आवश्यकता है।


Sources: Firstpost , NDTV , CNN 

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