रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास: एक युग का अंत
भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे और “हिटमैन” के नाम से मशहूर रोहित शर्मा ने 7 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। यह खबर क्रिकेट प्रशंसकों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। 38 वर्षीय रोहित ने अपने इंस्टाग्राम पर इस फैसले की जानकारी दी और बताया कि वह अब केवल वनडे क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
रोहित का टेस्ट सफर: शुरुआत से संन्यास तक
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत 9 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में की थी। अपने डेब्यू टेस्ट में ही उन्होंने 177 रनों की शानदार पारी खेली, जो उनके टेस्ट करियर का आगाज था। उनके पहले दो टेस्ट मैचों में ही दो शतक (177 और 111*) ने बता दिया था कि वह लंबे प्रारूप में भी कमाल कर सकते हैं।
हालांकि, शुरुआती सालों में रोहित को टेस्ट टीम में नियमित जगह बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। वह अक्सर टीम से अंदर-बाहर होते रहे, खासकर विदेशी दौरों पर उनका प्रदर्शन उतना प्रभावी नहीं रहा। लेकिन 2019 में जब उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी दी गई, तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। विशाखापट्टनम में उनकी 176 रनों की पारी ने उन्हें टेस्ट ओपनर के रूप में स्थापित कर दिया।
रोहित ने अपने 11 साल के टेस्ट करियर में 67 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए। उनके बल्ले से 12 शतक और 18 अर्धशतक निकले। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रन रहा, जो उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था।
रोहित के टेस्ट रिकॉर्ड्स: एक नजर

रोहित शर्मा का टेस्ट करियर भले ही उनके वनडे और टी20 करियर जितना चमकदार न रहा हो, लेकिन उन्होंने कई शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किए। आइए, उनके कुछ प्रमुख टेस्ट रिकॉर्ड्स पर नजर डालें:
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12 टेस्ट शतक: रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में 12 शतक लगाए, जिनमें से 8 भारत में और 4 विदेशी सरजमीं पर आए। उनके शतकों की खास बात यह है कि जब भी उन्होंने शतक लगाया, भारत ने उनमें से ज्यादातर मैच जीते।
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वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा रन: रोहित भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने WTC में कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं, जिसमें 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ उनकी 161 रनों की पारी शामिल है।
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सभी प्रारूपों में 3500+ रन: रोहित उन चुनिंदा भारतीय बल्लेबाजों में से हैं, जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों प्रारूपों में 3500 से ज्यादा रन बनाए। वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे भारतीय हैं, पहले हैं विराट कोहली।
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ओपनर के तौर पर शानदार प्रदर्शन: 2019 में ओपनर बनने के बाद रोहित ने टेस्ट में 3,000 से ज्यादा रन बनाए। ओपनर के तौर पर उनके 12 शतक उन्हें दुनिया के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में शामिल करते हैं।
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कप्तानी में उपलब्धियां: रोहित ने 24 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की, जिसमें 12 जीत, 9 हार और 3 ड्रॉ रहे। उनकी कप्तानी में भारत ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती।
संन्यास का फैसला: क्यों और कब?
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का फैसला अचानक नहीं था। पिछले कुछ समय से उनकी फॉर्म और कप्तानी पर सवाल उठ रहे थे। 2024-25 में उनकी कप्तानी में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। रोहित ने इस सीरीज के चार टेस्ट में केवल 31 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 6.20 रहा।
मेलबर्न में खेले गए चौथे टेस्ट (दिसंबर 2024) में खराब प्रदर्शन के बाद रोहित ने सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर कर लिया। उस समय उनके संन्यास की अटकलें तेज हो गई थीं, लेकिन सिडनी टेस्ट के दौरान उन्होंने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि वह अभी संन्यास नहीं ले रहे।
हालांकि, एक रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने के बाद ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना लिया था। नए WTC साइकिल की शुरुआत और इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले उन्होंने यह फैसला लिया। PTI की रिपोर्ट में कहा गया कि रोहित ने दो महीने पहले ही यह निर्णय ले लिया था, और उन्होंने चयन समिति की दुविधा को खत्म करने के लिए अपने फैसले पर मुहर लगाई।
रोहित ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा:
“सभी को नमस्ते, मैं यह बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। सफेद जर्सी में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान रहा। इन वर्षों में आपके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा।”
रोहित की कप्तानी: एक शानदार अध्याय
रोहित ने 2022 में टेस्ट कप्तानी की कमान संभाली और अपने छोटे से कार्यकाल में कई यादगार जीत दिलाई। उनकी कप्तानी में भारत ने 2023 WTC फाइनल में जगह बनाई, हालांकि फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार मिली। उनकी नेतृत्व शैली की तारीफ ICC अध्यक्ष जय शाह और BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने भी की। बिन्नी ने कहा कि रोहित ने दबाव में शांति और निस्वार्थता का परिचय दिया, जो उन्हें एक विशेष नेता बनाता है।
रोहित की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों जैसे यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल को मौके मिले, जिन्होंने उनके मार्गदर्शन में शानदार प्रदर्शन किया। ऋषभ पंत और गौतम गंभीर जैसे साथियों ने भी रोहित के ड्रेसिंग रूम में प्रभाव को याद किया।
प्रशंसकों और दिग्गजों की प्रतिक्रिया

रोहित के संन्यास की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने उनके योगदान की जमकर तारीफ की। ICC ने उनके टेस्ट करियर को “शानदार” बताते हुए उनके 12 शतकों और 4,301 रनों को याद किया। युवा क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल ने कहा, “रोहित के साथ क्रीज साझा करना मेरे लिए सम्मान की बात थी।” वहीं, ध्रुव जुरेल ने उन्हें अपने पहले टेस्ट कप्तान के रूप में याद किया।
रोहित का भविष्य: वनडे में धमाल जारी
रोहित ने साफ कर दिया है कि वह वनडे क्रिकेट में भारत की कप्तानी और खेलना जारी रखेंगे। हाल ही में उनकी कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीती, जो उनके नेतृत्व की ताकत को दर्शाता है। वनडे में उनके नाम 32 शतक और 10,000 से ज्यादा रन हैं, और वह अभी भी कई रिकॉर्ड तोड़ने की काबिलियत रखते हैं।
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़े युग का अंत है। उनके शानदार शतक, कप्तानी में जीत, और ड्रेसिंग रूम में शांति ने उन्हें एक खास खिलाड़ी बनाया। भले ही वह अब सफेद जर्सी में न दिखें, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।